विवि में उद्यमोत्सव 2025 का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर हूआ
U- उद्यमिता क्षेत्र में शुरुआती असफलता से घबराने की जरूरत नहीं है, स्टार्टअप को बढ़ाने के दिए टिप्स
U- उद्योगपति ने युवाओं को आगे बढ़ने का दिलाया भरोसा
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय उद्यमिता दिवस पर गुरुवार को उद्यमोत्सव 2025 कार्यक्रम का आयोजन किया गया। भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय और ऑल इंडिया कॉन्सिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन के सहयोग से कार्यक्रम को आयोजित किया गया।
विवि के सेनानायक तात्या टोपे सीनेट हॉल में कार्यक्रम का उद्घाटन समारोह डिजिटल माध्यम से हुआ। जहां पर देश के कई हिस्सों के शिक्षण संस्थान ऑनलाइन माध्यम से जुड़कर देश में उद्यमिता को प्रोत्साहित किया। विवि में कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित करके किया गया। कार्यक्रम की रूपरेखा को छत्रपति शाहूजी महाराज इनोवेशन फाउंडेशन की डायरेक्टर और डीन डॉ. शिल्पा देश कायस्ता ने प्रस्तुत की। इस कार्यक्रम को लेकर विवि कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने छात्रों से उद्यमिता और नवाचार पर बात करते हुए कहा 'स्टार्टअप के लिए आइडिया सबके पास होता हैं, लेकिन डर की वजह से आगे नहीं बढ़ पाते है। भारत में व्यवसाय और स्टार्टअप्स को बढ़ाने में समाज की जिम्मेदारी भी है।'
उन्होंने छात्रों को उद्यमिता के क्षेत्र में प्रेरित करते हुए कहा कि यदि आपको असफलता मिलती है तो घबराने की जरूरत नहीं है। असफलता से ही हम आगे बढ़ सकते हैं। इस कार्यक्रम में देशभर से 17 स्टार्टअप ने भाग लिया, जो कि हेल्थ, टेक, कृषि आदि सेक्टरों से हैं। अनिकार्थ वेंचर्स से आरती गुप्ता ने कहा कि आज के समय में भारत इनोवेशन और स्टार्टअप्स के जरिए विश्व पटल पर पहचाना जा रहा है। उन्होंने छात्रों से कहा कि यदि आप पैसा कमाना चाहते हैं तो केवल नौकरी से काम नहीं चलेगा. आपको अपना स्वयं का व्यवसाय करना पड़ेगा। उन्होंने महिलाओं को इस क्षेत्र में आने पर जोर दिया। जेट निटवेयर्स के सीएमडी बलराम नरूला ने छात्रों को आश्वासन दिया कि वे अर्ली स्टेज के स्टार्टअप को हर तरह से आगे बढ़ने में मदद करेंगे। उद्योगपति अतुल सेठ ने बताया कि 2016 के बाद 1 लाख 57 हजार स्टार्टअप्स रजिस्टर हुए हैं और लगभग 100 स्टार्टअप यूनिकॉर्न स्टार्टअप के रूप में चल रहे हैं। इसमें से कई स्टार्टअप्स ग्रामीणांचल से हैं। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के रजिस्टर डॉ अनिल कुमार यादव, CSJMIF के इन्क्यूबेशन मैनेजर अनिल त्रिपाठी, सीईओ विवेक मिश्रा, CSJMIF के डायरेक्टर डॉ. सुधांशु राय आदि लोग मौजूद थे।