महिलाओं के लिए एक कम तकलीफदेह और प्राकृतिक रूप से मां बनने की सहूलियत: डॉ युतिका
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | रीजेंसी हेल्थ कानपुर ने एक बड़ी मेडिकल उपलब्धि हासिल की है। दरअसल यहां उत्तर प्रदेश में पहली बार रोबोट की मदद से ट्यूबल लिगेशन रिवर्सल (टीएलआर) की सर्जरी सफलतापूर्वक की गई है। यह खास सर्जरी रीजेंसी टावर 2 में डॉ. युतिका शर्मा बाजपेई (सीनियर कंसल्टेंट, रिप्रोडक्टिव मेडिसिन) द्वारा की गई। इस सर्जरी में दा विंची सर्जिकल सिस्टम नाम की एडवांस्ड मशीन का इस्तेमाल किया गया। प्रजनन और कम कट वाली (मिनिमली इनवेसिव) सर्जरी के क्षेत्र में यह सर्जरी प्रदेश के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। यह एडवान्सड सर्जरी एक ऐसी महिला पर की गई, जिसकी ट्यूबल लिगेशन से पहले दो बार सी-सेक्शन डिलीवरी (एलएससीएस) हो चुकी थी। दुख की बात यह हुई कि महिला का पहला बच्चा इस दुनिया में नहीं रहा तो इसलिए वह फिर से मां बनना चाहती थी। उसकी पहले की दो पेट की सर्जरी और भविष्य में फिर से सी-सेक्शन की जरूरत को देखते हुए, डॉक्टरों ने रोबोट की मदद से ट्यूबल लिगेशन रिवर्सल सर्जरी को सबसे सुरक्षित और असरदार तरीका माना और इसे सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
ट्यूबल लिगेशन रिवर्सल सर्जरी आमतौर पर पेट की ओपन सर्जरी (लैपरेटॉमी) के ज़रिए की जाती है, जिसमें माइक्रो-सर्जरी तकनीक का इस्तेमाल होता है। कुछ अस्पतालों में लैप्रोस्कोपिक तरीके से भी यह सर्जरी की जाती है, लेकिन उसमें सूक्ष्म ट्यूबों को जोड़ना काफी मुश्किल होता है, क्योंकि इस्तेमाल होने वाले उपकरण ज्यादा लचीले नहीं होते हैं। लेकिन रीजेंसी हेल्थ के डॉक्टर्स ने जब दा विंची रोबोटिक सिस्टम का इस्तेमाल किया, तो उन्हें ऐसे आधुनिक उपकरण मिले जो आसानी से 7 डिग्री तक घूम सकते थे। इससे सर्जरी बेहद सटीक, नियंत्रित और आसान हो गई।
डा. युतिका शर्मा बाजपेई ने कहा, “दा विंची रोबोट की मदद से यह नाज़ुक सर्जरी माइक्रो-सर्जरी जैसी सटीकता से की जा सकी और मरीज को बहुत कम तकलीफ हुई। यह तरीका किसी भी बेहतरीन सर्जरी स्टैंडर्ड जितना ही अच्छा है, और साथ ही मरीज को जल्दी ठीक होने का फायदा भी मिलता है। मैं सर्जरी के दौरान सहयोग करने के लिए अपने मेंटर्स, साथियों और डॉ. अतुल कपूर व उनकी टीम का दिल से धन्यवाद करती हूँ।”
दा विंची सर्जिकल सिस्टम दुनिया भर में मान्यता प्राप्त रोबोटिक तकनीक है, जिसका इस्तेमाल कम कट वाली (मिनिमली इनवेसिव) सर्जरी में किया जाता है। यह तकनीक यूरोलॉजी, गायनेकोलॉजी और हार्ट-चेस्ट (कार्डियोथोरेसिक) जैसी मुश्किल सर्जरी को आसान बना रही है। इसमें सर्जन अपने हाथों से जो मूवमेंट कंसोल पर करते हैं, वो रोबोटिक औज़ार मरीज के शरीर के अंदर बहुत ही छोटे और सटीक मूवमेंट में कर देते हैं।
ट्यूबल लिगेशन रिवर्सल सर्जरी को ट्यूबल रिएनास्टोमोसिस भी कहते हैं। इस सर्जरी में पहले से कटी या बंद की गई फैलोपियन ट्यूब्स को दोबारा जोड़ा जाता है। इसका मकसद अंडाशय (ओवरी) और गर्भाशय के बीच का प्राकृतिक रास्ता फिर से बनाना होता है, ताकि महिला बिना किसी बाहरी मदद के गर्भधारण कर सके। कई महिलाएं नसबंदी के बाद IVF का सहारा लेती हैं, लेकिन रोबोट की मदद से की गई यह सर्जरी कुछ महिलाओं के लिए एक कम तकलीफदेह और प्राकृतिक रूप से मां बनने की सहूलियत देती है।
इस सफल सर्जरी से यह साफ होता है कि रीजेंसी हेल्थ कानपुर और उत्तर प्रदेश में विश्वस्तरीय मेडिकल तकनीक लाने के लिए पूरी तरह समर्पित है। इस उपलब्धि के साथ ही हॉस्पिटल एडवांस्ड गायनेकोलॉजी और फर्टिलिटी प्रिजर्विंग (प्रजनन क्षमता) बचाने वाली सर्जरी में क्षेत्र का अग्रणी हॉस्पिटल बनकर उभरा है।