कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) ने बदली तस्वीर, बिठूर ऑर्गेनिक बना किसानों का नया भरोसा
*बिठूर के किसानों ने दिखाई राह, ‘बिठूर ऑर्गेनिक’ बना जैविक खेती का नया चेहरा
*कृषक उत्पादक संगठनों ने मिलकर खड़ा किया नया ब्रांड, डीएम को भेंट किए अपने उत्पाद
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर कभी अपनी मेहनत का उचित दाम पाने के लिए संघर्ष करने वाले किसान अब संगठित हो रहे हैं और खुद का ब्रांड बना रहे हैं। बिठूर क्षेत्र के किसानों ने ‘बिठूर ऑर्गेनिक’ नाम से एक ऐसा ऑर्गेनिक ब्रांड खड़ा किया है, जो केवल खेती नहीं, सोच में आए बदलाव की कहानी कहता है। सोमवार को एफपीओ के प्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी श्री जितेन्द्र प्रताप सिंह से मुलाकात की और उन्हें अपने जैविक उत्पाद भेंट किए। लवकुश कृषक उत्पादक संगठन की योजना समन्वयक रोजी रानी ने बताया कि किसानों द्वारा उत्पादित जैविक वस्तुओं में बंसी और सोना मोती गेहूं का आटा, रागी, बाजरा, मक्का, सरसों तेल, दालें, हल्दी पाउडर और महुआ से बने पारंपरिक स्नैक्स शामिल हैं। ये सभी उत्पाद रसायन मुक्त हैं और भारत सरकार से प्रमाणित हैं। यह ब्रांड नमामि गंगे जैविक खेती योजना से जुड़े लगभग चार हज़ार किसानों की सामूहिक पहल का नतीजा है। ये सभी किसान कृषक उत्पादक संगठनों से जुड़े हुए हैं, जो अब केवल संगठन नहीं, एक मज़बूत व्यवस्था बन चुके हैं। ‘बिठूर ऑर्गेनिक’ के उत्पाद अब व्हाट्सएप नंबर 917310172556 के माध्यम से सीधे खरीदे जा सकते हैं। शुद्धता, परंपरा और मेहनत से उपजा यह ब्रांड अब शहर के उपभोक्ताओं के लिए एक नया विकल्प बनकर सामने आ रहा है।जिलाधिकारी ने किसानों की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे संगठनों से किसानों को आत्मनिर्भर बनने का रास्ता मिल रहा है। जैविक उत्पादों की माँग लगातार बढ़ रही है और इसमें किसानों के लिए बड़ा अवसर छिपा है। उन्होंने कहा कि कृषक उत्पादक संगठनों द्वारा किया जा रहा यह प्रयास न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि कृषि क्षेत्र में स्थायी बदलाव लाने वाला भी है। जिला प्रशासन ऐसे संगठनों को हर संभव सहयोग देगा, जिससे अधिक से अधिक किसान लाभान्वित हो सकें और उनकी उपज को उचित मूल्य और बाज़ार मिल सके।