भागवत कथा भगवान से सम्बन्ध जोड़ने का माध्यम
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। परम पूज्य ब्रम्हचारी कौशिक चैतन्य जी (आचार्य चिन्मय मिशन लखनऊ ) ने अवस्थी परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के द्वितीय दिवस में भागवत कथा का उद्देश्य को प्रतिपादित करते हुए बताया कि भागवत कथा जीवन में भक्ति की प्रतिष्ठा करती है इसके लिए भागवत कथा से दृढ सम्बन्ध जोडने का माध्यम बनती है। उन्होंने नारद जी भक्ति संवाद का निरुपण करते हुए जीवन में गुरु की महत्ता पर प्रकाश डाला। यह सम्बन्ध दीर्घकालीन कल्याण कारी होता है। बिता गुरु के भक्ति भी रोती है। गुरु नारद जी के समक्ष भक्ति ने दुःख निवेदित किया। गुरु और भगवान के सम्बन्ध ही स्वार्थ रहित होते हैं। श्री दिनेश चंद्र अवस्थी व श्रीमती मृदुला अवस्थी(परिक्षित) प्रमुख उपस्थित अवनीश त्रिपाठी, शैलेंद्र पांडेय, जितेंद्र दीक्षित, श्री नारायण त्रिपाठी, प्रो. अजीत सिंह, अनिल गुप्ता ,प्रभात अवस्थी, ज्ञानेंद्र गुप्ता व प्रो.मनोज अवस्थी मौजूद रहे।
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