‘अद्वय’, प्लास्टिक सर्कुलैरिटी में नवाचार को बढ़ावा देने की पहल
नई तकनीकों,व्यापार माॅडलों और साझेदारियों पर भी की गई चर्चा
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | सस्टेनबल इनोवेशन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर के स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर ने पर्नो रिकार्ड इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से ‘अद्वय – द प्लास्टिक सर्कुलैरिटी इनोवेशन लॉन्चपैड’ की शुरुआत की है। यह पहल पर्नो रिकार्ड इंडिया फाउंडेशन के कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी कार्यक्रम के अंतर्गत लागू की गई है, जिसका उद्देश्य प्लास्टिक क्षेत्र में सर्कुलैरिटी को बढ़ावा देने वाली तकनीक-आधारित समाधानों के विकास में तेजी लाना है पहले, पर्नो रिकार्ड इंडिया फाउंडेशन की टीम ने प्रो. मणींद्र अग्रवाल निदेशक, आईआईटी कानपुर से मुलाकात की और संस्थान की सस्टेनेबिलिटी तथा नवाचार-आधारित साझेदारी की दृष्टिकोण पर चर्चा की। पर्यावरण से जुड़े गंभीर चुनौतियों का समाधान करने के लिए अनुसंधान-आधारित उद्यमशीलता को बढ़ावा देने की दोनों संस्थानों की इस प्रतिबद्धता को यह बैठक में उल्लेख किया गया।
लॉन्च कार्यक्रम में उद्यमियों, शोधकर्ताओं, उद्योग विशेषज्ञों और नीति-निर्माताओं ने भाग लिया और भारत में प्लास्टिक सर्कुलैरिटी के भविष्य पर विचार-विमर्श किया। अद्वय के तहत 10 स्टार्टअप्स को 20 लाख रुपये तक की अनुदान और इनक्यूबेशन सहायता प्रदान की जाएगी, ताकि प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन, रीसाइक्लिंग और मूल्य पुनर्प्राप्ति के लिए स्केलेबल और व्यावसायिक रूप से उपयोगी तकनीकें विकसित की जा सकें। आईआईटी कानपुर की अनुसंधान विशेषज्ञता और नवाचार अवसंरचना का लाभ उठाकर, यह कार्यक्रम ऐसे सतत उद्यमों को प्रोत्साहित करेगा जो पर्यावरणीय चुनौतियों का प्रभावी समाधान दे सकें।अद्वय के पहले समूह में पाँच प्रभावशाली स्टार्टअप शामिल हैं कार्यक्रम में प्लास्टिक सर्कुलैरिटी को मजबूत करने के लिए नई तकनीकों, व्यापार मॉडलों और साझेदारियों पर भी चर्चा की गई। अद्वय एक व्यापक इनक्यूबेशन स्ट्रक्चर प्रदान करता है जिसमें अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं तक पहुंच, विशेषज्ञ मार्गदर्शन, उद्योग सहयोग और बाजार संबंध शामिल हैं। यह कार्यक्रम वैज्ञानिक अनुसंधान और औद्योगिक अनुप्रयोग के बीच की दूरी को कम करने का कार्य करेगा, जिससे भारत के सतत विकास और अपशिष्ट प्रबंधन लक्ष्यों में सार्थक योगदान मिल सके। मुख्य अतिथि श्री अर्पित उपाध्याय, नगर आयुक्त, कानपुर नगर ने अपने संबोधन में कहा, “निकट भविष्य में, प्रभावी अपशिष्ट पृथक्करण और अपशिष्ट को संसाधनों में बदलने जैसी उन्नत तकनीकी समाधान भारत में विकसित होंगे, और अद्वय जैसी पहलें सर्कुलैरिटी को बढ़ावा देने में प्रमुख भूमिका निभाएंगी।”