कार्यसमिति चुनाव में आरएसएस के मजदूर संगठन ओईएफ मजदूर संघ
U-बाबा साहब के अपमान पर सियाराम ने आत्मदाह की चेतावनी दी
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। आयुध उपस्कर निर्माणी फूलबाग कानपुर में 22 नवम्बर को होने वाले कार्यसमिति और कैंटीन प्रबंधन समिति चुनाव की लड़ाई अब संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के अपमान पर आ गई है। बुधवार को किला मजदूर यूनियन ने अपनी सहयोगी यूनियन द्रविड़ डिफेंस वर्कर्स यूनियन के साथ निर्माणी मुख्य द्वार पर गेट मीटिंग आयोजित करी। गेट मीटिंग का संचालन किला मजदूर यूनियन के संयुक्त मंत्री ब्रजेश तिवारी ने किया । ब्रजेश तिवारी ने कहा कि कार्यसमिति चुनाव आते ही निर्माणी के दोनों संगठन ओईएफ मजदूर संघ और लाल झंडे की इम्प्लाइज यूनियन कर्मचारियों के बीच झूठे वादों का पुलिंदा लेकर निकल पड़ते हैं और तरह-तरह से बरगलाते हैं और चुनाव समाप्त होते ही अदृश्य हो जाते हैं। कर्मचारी माइनस में जा रहा है और खुद दोनों संगठनों के नेता निर्माणी प्रशासन की चाटुकारिता कर एग्जामिनर और बाबू बन कर बैठ गए हैं । किला मजदूर यूनियन की सहयोगी द्रविड़ डिफेंस वर्कर्स यूनियन के संस्थापक सियाराम ने मीटिंग में केंद्र की भाजपा सरकार और आरआरएस के मजदूर संगठन ओईएफ मजदूर संघ के द्वारा वोट लेने के लिए अपने चुनावी बैनर में संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर जी की फोटो छापने और उनके अपमान का मुद्दा उठाया और कहा कि ओईएफ मजदूर संघ का मातृ संगठन आरएसएस भी बाबा साहब का सदैव अपमान करता रहा है और वही काम सिर्फ कर्मचारियों का वोट लेने के लिए उनकी मजदूर यूनियन ओईएफ मजदूर संघ के द्वारा किया जा रहा है। सियाराम ने कहा ओईएफ मजदूर संघ अपने पंपलेट में बाबा साहब की फोटो छपवाकर वितरित कर रहा है और वही पम्पलेट निर्माणी में लोगों के पैरों तले रौंदे जा रहे हैं । इधर- उधर कूड़े में पड़े हैं। सियाराम ने कहा अब तो ओईएफ मजदूर संघ ने कार्यसमिति चुनावी लाभ के लिए बाबा साहब के अपमान की सारी हदें पार कर दी हैं। अपने बैनरों में बाबा साहब की फोटो अपने कार्यसमिति प्रत्याशी के सिर के नीचे छपवा दी है। जो कि संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी का घोर अपमान है। सियाराम ने गेट मीटिंग के माध्यम से निर्माणी प्रशासन को चेताया कि बाबा साहब के अपमान वाले ओईएफ मजदूर संघ के सभी बैनरों को निर्माणी परिसर से हटवाने के साथ ही पम्पलेट पर भी रोक लगाई जाए। सियाराम ने ओईएफ मजदूर संघ के द्वारा बाबा साहब साहब के अपमान पर आत्मदाह की खुली चेतावनी भी दी। अंत में सियाराम ने मंच से सभी कर्मचारियों से अपील करी बाबा साहब का अपमान करने वाले और निगमीकरण के जिम्मेदार ऐसे धोखेबाज संगठनों के खिलाफ वोट कर 22 नवम्बर को गुलाब के फूल पर अपनी मोहर लगाकर सभी प्रत्याशियों को भारी मतों से विजयी बनाने का काम करें। जिसकी गूंज दिल्ली तक सुनाई दे। बैठक की अध्यक्षता किला मजदूर यूनियन के अध्यक्ष अनिल कुमार ने की। कार्यवाहक अध्यक्ष अनिल कुमार, महेंद्र नाथ,उपाध्यक्ष नरेश तिवारी, महामंत्री समीर बाजपेई, नीरज सिंह, सियाराम, जितेंद्र कुमार, सुधीर सिंह,अरविंद द्विवेदी, राजकुमार गौतम,शिवकुमार पाल ,चंद्रशेखर, रोहित तिवारी, विजय पाल, मोहम्मद अजीम, सुजीत कुमार, राकेश कुमार, मनोज कुमार, पुनीत सिन्हा, राजीव कुमार, निशात अनवर अंसारी, सतीश कुमार, अरविंद कुमार राठौर, हर्षित श्रीवास्तव, मोहित कुमार, आशीष शर्मा, काशी प्रसाद वर्मा, प्रभाकर बाथम, मनोज दीक्षित, जे.पी.शर्मा आदि रहे।