पाक पर ऐतिहासिक जीत के 54 साल: अमर जवान चौक पर गूँजे 'भारत माता की जय' के नारे
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। 16 दिसंबर 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भारत की ऐतिहासिक विजय की 54वीं वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में मंगलवार को मोती झील स्थित अमर जवान चौक पर 'विजय दिवस' का भव्य आयोजन किया गया। जन जागृति मंच के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में संस्था के अध्यक्ष एवं दूरसंचार सलाहकार समिति के सदस्य विनोद मिश्र के नेतृत्व में शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की गई और दीप प्रज्वलित कर उनके अतुलनीय बलिदान को स्मरण किया गया। साहसी सैनिकों के पराक्रम को नमन कार्यक्रम में उपस्थित वक्ताओं ने 13 दिनों तक चले इस युद्ध में भारतीय सेना के अदम्य साहस और पराक्रम की गाथा सुनाई। विनोद मिश्र ने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था, जिसके परिणामस्वरूप 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय सेना के समक्ष आत्मसमर्पण किया था। उन्होंने यह भी कहा कि यदि उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसा साहसी निर्णय लेने वाला नेतृत्व होता, तो शायद कश्मीर समस्या भी उसी समय हल हो गई होती और पाकिस्तान का अस्तित्व ही समाप्त हो चुका होता। वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ. दिवाकर मिश्रा ने युद्ध के संक्षिप्त इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 3 दिसंबर 1971 को शुरू हुए इस युद्ध में भारतीय सेना ने मात्र 13 दिनों के भीतर पाकिस्तानी सेना को धूल चटा दी थी। वरिष्ठ भाजपा नेता अरुण पाल ने भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तानी सेना को दी गई करारी चोट का उल्लेख किया। निवर्तमान जिला शासकीय अधिवक्ता सरला गुप्ता ने वर्तमान संदर्भ में कहा कि पाकिस्तान अच्छी तरह जानता है कि भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, जो राष्ट्रहित में साहसिक निर्णय लेने में जरा भी देर नहीं करते। गगन भेदी नारों से गूँजा चौक कार्यक्रम के दौरान 'भारत माता की जय', 'वंदे मातरम', 'भारतीय सेना जिंदाबाद', और 'हमारे शहीद अमर रहें' के गगन भेदी नारे भी लगाए गए, जिसने पूरे वातावरण को देशभक्ति के रंग में रंग दिया। इस अवसर पर विनोद मिश्र, प्रकाश वीर आर्य, डॉ. दिवाकर मिश्रा, राकेन्द्र मोहन तिवारी, दीपक श्रीवास्तव, अरुण पाल, पंडित मुकेश शुक्ला, युवा अधिवक्ता एवं बार एसोसिएशन के पूर्व संयुक्त मंत्री प्रशासन यशु शुक्ला, निवर्तमान शासकीय अधिवक्ता सरला गुप्ता एडवोकेट, सहित बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति और देशभक्त नागरिक उपस्थित रहे।
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