खाने की स्वस्थ आदतों को दें बढ़ावा - जिलाधिकारी
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस औरैया जिले में सोमवार से शुरू होकर तीन अप्रैल तक राष्ट्रीय पोषण माह अभियान चलाया जाएगा| मंगलवार को ब्लॉक सभागार, औरैया में जिलाधिकारी प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव और मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह ने संयुक्तरूप से पोषण पखवाड़ा का शुभारंभ किया| इसके साथ ही पोषण गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें स्वास्थ्य विभाग, कृषि विभाग, शिक्षा विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, आजीविका मिशन विभाग, खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी सहित सभी बाल विकास परियोजना अधिकारी मुख्य सेविकाएं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां लाभार्थियों के परिजन भी उपस्थित रहे|
जिलाधिकारी ने बताया की खाने की स्वस्थ आदतों को बढ़ावा देने से एक स्वस्थ्य और बेहतर समाज की कल्पना की जा सकती है। उन्होंने कहा की पोषण पखवाड़ा 2023 की थीम है- "सभी के लिए पोषण: एक साथ, स्वस्थ भारत की ओर।" 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मोटे अनाज वर्ष के रूप में घोषित होने के साथ, इस वर्ष पोषण पखवाड़ा का केंद्र-बिंदु, कुपोषण को दूर करने के लिए एक मूल्यवान संपत्ति के रूप में 'श्री अन्न' -जिसे सभी अनाजों की जननी कहा जाता है- को लोकप्रिय बनाने पर होगा।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा की प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 8 मार्च 2018 को शुरू किया गया पोषण अभियान, लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने और पोषण पर चर्चा को मुख्य-धारा में लाने में सहायक रहा है। पोषण अभियान की शुरुआत पोषण संबंधी परिणामों में समग्र रूप से सुधार लाने के उद्देश्य से की गयी थी। कुपोषण-मुक्त भारत के वांछित लक्ष्यों को प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण घटक है- व्यक्तिगत और सामुदायिक स्तर पर व्यवहार परिवर्तन।
जिला कार्यक्रम अधिकारी वीरेंदर कुमार ने बताया कि पोषण पखवाड़े में मुख्य रूप से मोटे अनाज के उपभोग और उपयोग करने पर चर्चा की जायेगी | उन्होंने कहा कि इस पखवाड़े के तीन प्रमुख थीम है- जिसमें मोटे अनाज की उपयोग के साथ साथ स्वस्थ बालक -बालिका स्पर्धा का आयोजन किया जाना है|तथा सक्षम आंगनबाड़ी केंद्र कार्यक्रम के अंतर्गत सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को हर तरह से सक्षम बनाए जाने का प्रयास किया जा रहा है|
पोषण पखवाड़ा के दौरान प्रमुख विषयों पर ध्यान केंद्रित करेंगे:
1. मोटे अनाज आधारित खाद्य पदार्थों को पूरक पोषण से जोड़ने, घर-घर तक पहुँचने, आहार परामर्श शिविर आदि के आयोजन के माध्यम से पोषण-कल्याण के लिए श्री अन्न/मोटे अनाज को बढ़ावा देना और इन्हें लोकप्रिय बनाना।
2. स्वस्थ बालक प्रतिस्पर्धा समारोह: अच्छे पोषण, अच्छे स्वास्थ्य और तंदुरूस्ती के लिए प्रतिस्पर्धा की स्वस्थ भावना पैदा करके परिभाषित मानकों के अनुरूप 'स्वस्थ बालक' की पहचान करना और इसका उत्सव मनाना
3. सक्षम आंगनवाड़ियों को लोकप्रिय बनाना: आंगनवाड़ियों को लोकप्रिय बनाने और जागरूकता बढ़ाने के लिए अभियान चलाए जाएंगे, इसके लिए आंगनवाड़ियों को बेहतर पोषण, प्रारंभिक बचपन की देखभाल और शिक्षा के केंद्रों के रूप में उन्नत अवसंरचना और सुविधाओं के साथ सक्षम किया जाएगा।