अधिवक्ताओं ने नए कानून के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन
-आठ सूत्रीय ज्ञापन में 62 साल उम्र पार करने पर 10 हजार पेंशन देने की मांग की
-राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एडीएम को सौंपा
कन्नौज ब्यूरो पवन श्रीवास्तव के साथ प्रिंस श्रीवास्तव
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज संवाददाता।जिला लायर्स एसोसिएशन व बार एसोसिएशन के वकीलाें ने अधिवक्ता संशोधन विधेयक का जमकर विरोध किया।कन्नौज बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश तिवारी व जिला लायर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज कुमार पांडेय के नेतृत्व में वकील कलेक्ट्रेट पहुंचे। जिलाधिकारी कार्यालय के सामने अधिवक्ता अधिनियम 2025 के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अधिवक्ताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी आशीष कुमार सिंह को सौंपकर अधिवक्ता संशोधन विधेयक 2025 को वापस लिए जाने की मांग की है।वकीलों का कहना है कि नए अधिनियम से उनके अधिकार छिन जाएंगे।अधिवक्ता रामेंद्र त्रिवेदी ने कहा कि वह सभी इस अधिनियम का बहिष्कार करेंगे।कन्नौज बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश तिवारी सरकार लगातार वकीलों का शोषण कर रही है।जबकि कोई मामला फंसता है तो वकीलों का ही सहारा सरकार को लेना पड़ता है।कहा कि सरकार के इस कानून एवं न्याय मंत्रालय द्वारा जारी एवं प्रस्तावित अधिवक्ता (संशोधन) विधेयक 2025 अधिवक्ताओं को संविधान द्वारा प्राप्त मौलिक अधिकार एवं नीति -निर्देशक तत्वों के ठीक प्रतिकूल है।जिसके कारण देश भर के अधिवक्ताओं में चिंता एवं आक्रोश है।अधिवक्ताओं के हित को देखते हुए विधि कार्य विभाग भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित (संशोधन) विधेयक 2025 को तत्काल वापस लिए जाने की मांग की है।अधिवक्ता समाज आज तक अपनी आवश्यक एवं मूलभति सुविधा के पूर्ण अभाव में न्यायिक कर्तव्यों का निर्वाहन पूरी निष्ठा एवं जिम्मेदारी के साथ करता चला आ रहा है।देश व उत्तर प्रदेश में आए दिन अधिवक्ताओं की हत्याएं हो रहीं हैं। जिसको लेकर अधिवक्ताओं में सुरक्षा को लेकर चिंता सता रही है।ऐसे में अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम लागू किए जाने की मांग की है।देश एवं उत्तर प्रदेश के समस्त न्यायालय कक्षों में सीसीटीवी कैमरा लगाया जाए और न्यायिक कार्रवाई का डिसप्ले प्रसारण वादकारियों के समक्ष उपलब्ध कराई जाए।इस मौके पर अधिवक्ता मुशीर अहमद,अनुराग अवस्थी, कौशलेंद्र त्रिपाठी,जितेंद्र यादव,विकास कुशवाहा,पारुल दुबे,कविता,आशीष अवस्थी,प्रभन्जन द्विवेदी,बलराम यादव,मो.सादाब खान,मो.इकबाल खान,गौरव राठौर,पवन श्रीवास्तव,मोहित पाल,अमित कुमार,योगेंद्र सिंह यादव,अजय यादव,सतेंद्र बघेल,शिवांक बाजपेई,रामबाबू राठौर,भूपेंद्र तोमर,अखिलेश कुमार,शकील अहमद,यादवेंद्र किशोर यादव,अमित मिश्रा,श्वेतांक तिवारी सहित सैकड़ों अधिवक्ता मौजूद रहे।