महिला बंदियों के पांच बच्चे उनके परिजनों को किया सुपुर्द
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर I सीडब्ल्युसी व जेल अधीक्षक की संयुक्त मुहीम रंग लायी जिसके तहत महिला बंदियों के 5 बच्चे उनके परिजनों को सुपुर्द कर दिया. गया ! चार माह पहले जेल अधीक्षक तथा न्यायपीठ सीडब्ल्युसी ने जेल में विचाराधीन तथा सजायाफ्ता महिला बंदियों के बच्चो को जेल के माहोल से निकाल कर उनके परिवार के अन्य लोगो को सौपने की योजना बनाई थी ताकि बच्चे सलाखों के पीछे नहीं समाज के बीच रहकर जीवन जीये ! इसके सम्बन्ध में फ़रवरी माह में महानगर मजिस्ट्रेट सीडब्ल्युसी देवेन्द्र प्रताप सिंह ने जेल अधीक्षक बी डी पांडेय से जेल में जाकर मुलाकात की थी और नियमानुसार प्रपत्र बनाकर प्रस्तुत करने को कहा था ! न्यायपीठ ने जिला प्रसाशन द्वारा परिजनों की सामाजिक जांच कराकर इन बच्चो को उनके रिस्तेदारो को अभिभावक घोषित करते हुए सुपुर्द करना सही पाया ! जेल अधीक्षक द्वारा अन्य विधिक कार्यवाही करा कर पपत्र पूर्ण कराये गए न्यायपीठ द्वारा संज्ञान लेते हुए 5 बच्चो को उनकी दादी , बुआ या चाचा को अभिभावक घोषित करते हुए सौपने का आदेश पारित कर दिया गया ! अब ये बच्चे परिवार वालो को सौप दिए गए है ! अधीक्षक पांडेय ने सीडब्ल्युसी के इस निर्णय की खूब प्रसंशा की कहा की ऐसे आदेश से प्रदेश के अन्य जिलों को भी प्रेऱणा मिलेगी ! सीडब्ल्युसी के अध्यक्ष डॉ निर्मल पांडेय और उषा तिवारी ने बताया की इन बच्चो को निशुल्क शिक्षा प्रदान कराने के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया है जेल अधीक्षक बी डी पांडेय ने बताया की अभी शेष अन्य बच्चो के परिजनों से बात चल रही है उनकी लिखित सहमति के बाद उनकी प्रक्रिया भी की जाएगी न्यायपीठ के सदस्य देवेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि बेंच द्वारा इन बच्चो को पात्र मानते हुए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना से जोड़ कर उनको आर्थिक मदद देने के लिए भी आदेश पारित किया गया है ताकि उनको पालने वाले अभिभावकों को इन बच्चो के लिए मासिक आर्थिक मदद मिल सके।
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