हर गाँव, हर घर तक स्वास्थ्य – टेलीमेडिसिन से गाँव-गाँव में इलाज,
*विकसित भारत 2047 की दिशा में यूपीयूएमएस का सशक्त कदम
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस सैफई।ग्रामीण और दूरस्थ इलाकों में रहने वाले लोगों तक उच्चस्तरीय चिकित्सा सेवाएं पहुँचाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय (यूपीयूएमएस), सैफई और सूर्य देव लक्ष्मी मेमोरियल ट्रस्ट के बीच “वर्चुअल ओपीडी एवं टेलीमेडिसिन सेवाओं” के लिए एक महत्वपूर्ण एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) पर हस्ताक्षर किए गए।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) अजय सिंह ने कहा कि यह पहल माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के ‘विकसित भारत 2047’ के सपने को साकार करने की दिशा में एक सशक्त प्रयास है। स्वास्थ्य सेवाओं का डिजिटलीकरण ही वह माध्यम है, जिससे हम गाँव-गाँव तक गुणवत्तापूर्ण उपचार, जागरूकता और स्वास्थ्य सुरक्षा पहुँचा सकते हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि यह कदम माननीय मुख्यमंत्री जी के ‘स्वस्थ उत्तर प्रदेश – सशक्त उत्तर प्रदेश’ के संकल्प को भी बल प्रदान करेगा। वर्चुअल ओपीडी और टेलीमेडिसिन सेवाओं के माध्यम से अब ग्रामीण मरीज बिना अस्पताल आए मोबाइल या इंटरनेट के जरिए विशेषज्ञ डॉक्टरों से सीधा परामर्श प्राप्त कर सकेंगे। इससे समय, धन और संसाधनों की बचत होगी तथा स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच हर घर तक संभव होगी।”
एमओयू के अंतर्गत यह तय किया गया है कि वर्चुअल ओपीडी एवं टेलीमेडिसिन सेवाएँ पूरी तरह निःशुल्क प्रदान की जाएंगी, ताकि कोई भी ग्रामीण मरीज आर्थिक स्थिति के कारण चिकित्सा सेवा से वंचित न रह सके। इस के अंतर्गत यूपीयूएमएस के सभी विभागों के विशेषज्ञ चिकित्सक वर्चुअल माध्यम से निःशुल्क परामर्श देंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में कैंसर, हृदय रोग, डायबिटीज, स्त्री एवं प्रसूति रोग, मानसिक स्वास्थ्य और बाल स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में परामर्श और उपचार की सुलभता बढ़ेगी। ग्राम पंचायतों, सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों से डिजिटल रूप से जोड़ा जाएगा।
कुलपति ने कहा कि यह पहल केवल उपचार तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य रोगों की रोकथाम, स्वास्थ्य शिक्षा और मानसिक स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देना है। विश्वविद्यालय और ट्रस्ट मिलकर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर, कैंसर एवं मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम, तथा स्कूल स्वास्थ्य अभियान भी संचालित करेंगे।
एमओयू हस्ताक्षर की प्रक्रिया प्रति कुलपति प्रो. (डॉ.) रमाकांत एवं मुख्य प्रशासनिक अधिकारी श्री के. बी. अग्रवाल के निर्देशन में सम्पन्न हुई। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष एवं संकाय सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल की प्रमुख विशेषताएँ :
* ग्रामीण मरीजों को निःशुल्क विशेषज्ञ चिकित्सा परामर्श
* प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से डिजिटल कनेक्टिविटी
* समय, धन एवं संसाधनों की बचत
* रोगों की शीघ्र पहचान व उपचार
* मानसिक स्वास्थ्य और जागरूकता पर विशेष फोकस
* डिजिटल इंडिया, हेल्दी इंडिया, विकसित इंडिया मिशन को सशक्त आधार