महिला आयोग की सदस्य ने की 21 प्रकरणों की जनसुनवाई
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य अनीता गुप्ता द्वारा सर्किट हाउस सभागार, में महिला जनसुनवाई का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से आई महिलाओं ने अपनी समस्याओं, शिकायतों एवं प्रकरणों को आयोग के समक्ष प्रस्तुत कियाजनसुनवाई के दौरान कुल 21 प्रकरण प्राप्त हुए, जिनमें घरेलू हिंसा, पारिवारिक विवाद, सम्पत्ति संबंधी विवाद, कार्यस्थल पर उत्पीड़न तथा भरण-पोषण से संबंधित शिकायतें प्रमुख रहीं। सदस्य ने प्रत्येक प्रकरण को गंभीरता एवं संवेदनशीलता के साथ सुना तथा सम्बन्धित अधिकारियों को त्वरित एवं प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिए। सदस्य अनीता गुप्ता ने कहा कि महिला आयोग का उद्देश्य महिलाओं को न्याय, सुरक्षा एवं सम्मान दिलाना है। आयोग केवल शिकायतों की सुनवाई ही नहीं करता, बल्कि महिलाओं को कानूनी परामर्श, सहायता एवं आवश्यक संरक्षण भी उपलब्ध कराता है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि महिला उत्पीड़न के किसी भी मामले में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि महिलाओं से संबंधित प्रकरणों में संवेदनशीलता एवं तत्परता से कार्यवाही सुनिश्चित की जाए, ताकि पीड़ित महिलाओं को समय पर न्याय मिल सके। साथ ही महिलाओं से आग्रह किया कि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहें और किसी भी अन्याय की स्थिति में निर्भीक होकर अपनी शिकायत दर्ज कराएं। जनसुनवाई के दौरान प्राप्त प्रकरणों को आगे की कार्यवाही हेतु संबंधित विभागों को प्रेषित किया गया।
इस अवसर पर ए.डी.सी.पी. डॉ. अर्चना, अपर नगर मजिस्ट्रेट (द्वितीय) ऋतु प्रिया, जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास सिंह, जिला दिव्यांगजन अधिकारी विनय उत्तम, महिला थाना प्रभारी कमर सुल्ताना सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे। जनसुनवाई कार्यक्रम का संचालन जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा किया गया।बाल संरक्षण गृह (बालिका), ख्योरा का निरीक्षण
जनसुनवाई के पश्चात सदस्य अनीता गुप्ता द्वारा बाल संरक्षण गृह (बालिका), ख्योरा का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने परिसर की स्वच्छता, बालिकाओं के रहने, भोजन, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सुरक्षा व्यवस्थाओं का अवलोकन किया।निरीक्षण के दौरान उन्होंने संस्थान की व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त करते हुए आवश्यक सुधार हेतु दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि संस्थान में निवासरत बालिकाओं को सुरक्षित, सम्मानजनक एवं प्रेरणादायक वातावरण प्रदान किया जाए, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें।
सदस्य ने बालिकाओं से संवाद कर उनके शिक्षा, स्वास्थ्य एवं मनोरंजन संबंधी सुविधाओं की जानकारी ली तथा उन्हें अपने भविष्य के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण राज्य महिला आयोग की सर्वोच्च प्राथमिकता है।जिला महिला चिकित्सालय एवं जिला कारागार का निरीक्षण इसके पश्चात सदस्य अनीता गुप्ता ने जिला महिला चिकित्सालय (डफरिन) तथा जिला कारागार का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने महिला वार्ड, प्रसूति गृह, औषधि वितरण कक्ष आदि की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। जिला कारागार निरीक्षण के दौरान उन्होंने बंदियों के लिए बनाए गए भोजन का स्वाद भी लिया तथा भोजन की गुणवत्ता पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कारागार प्रशासन को निर्देशित किया कि बंदियों के पुनर्वास एवं मानसिक स्वास्थ्य सुधार के लिए प्रेरणात्मक एवं पुनर्वासोन्मुख गतिविधियाँ संचालित की जाएं।